दिवाली रोशनी, मिठाइयों और उल्लास का पर्व है। हालांकि, अधिकांश महिलाओं के लिए यह एक दोहरी चुनौती बन जाती है – यानि, मीठा खाने का मन करना और माहवारी – दिवाली की उन लुभावनी मिठाइयों को ना खाना एक चुनौती साबित हो सकती है। हालांकि, थोड़ी लापरवाही समझ में आती है, मीठा खाने की प्रबल इच्छा और माहवारी के लक्षण स्वस्थ रहने के लिए दोनों को संतुलित रखना आवश्यक है, विशेष रूप से यदि किसी को PCOS या डायबिटीज हो। तो इस लेख में, हम बात करेंगे कि मीठा खाने की प्रबल इच्छा को कैसे संभाला जाए, दिवाली का पूरा आनंद कैसे लिया जाए और साथ ही, अपने स्वास्थ्य को बनाए कैसे रखें ।
माहवारी के दौरान मीठा खाने की प्रबल इच्छा बढ़ती क्यों है?
आपके मासिक धर्म चक्र में, खासकर ल्यूटियल चरण में, जब आपका शरीर महवारी के लिए तैयार हो रहा होता है, आपके प्रोजेस्टेरोन के स्तर बढ़ते हैं। प्रोजेस्टेरोन से भूख बढ़ती है, इसलिए आप सामान्य दिनों की तुलना में अधिक मिठाई खाने की इच्छा कर सकते हैं। इसलिए, जब दिवाली का त्यौहार आता है और साथ में इतनी सारे पकवान लाता है, तो यह वाकई चुनौतीपूर्ण हो जाता है। मीठे की लालसा आपके लिए एक चुनौती बन सकती है। ज़्यादा खाने से आपको दिनभर सुस्त, भारी और कम ऊर्जावान महसूस हो सकता है।
मिठाई खाने की लालसा को नियंत्रित करने के उपाय
दिवाली पास आ रही हो तो मीठा खाने की लालसा को नियंत्रित करना नामुमकिन नहीं है। यहां ध्यान में रखने लायक कुछ टिप्स दी गई हैं:
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नियमित भजन करें
- भोजन न करने से मीठे की इच्छा और बढ़ जाती है, खासकर दिवाली की मिठाइयों के लिए। अपने ब्लड शुगर स्तर को स्थिर रखने के लिए 3–4 घंटे में थोड़ा–थोड़ा खाना खाते रहें।
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पानी पीते रहें
- कभी–कभी, मीठा खाने की लालसा आपके शरीर का यह बताने का तरीका हो सकता है कि आपके शरीर के पानी का स्तर कम हो गया है। पानी पीकर देखें कि मीठे की इच्छा कम होती है या नहीं।
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स्वस्थ फैट और प्रोटीन
- प्रोटीन और स्वस्थ फैट युक्त खाना खाने से दिवाली की मिठाइयां खाने की लालसा कम हो सकती है। लालसा को दूर रखने के लिए, नट्स, बीज, या ग्रीक योगर्ट का सेवन करें।
दिवाली की मिठाइयां: चुनौती
बेशक, दिवाली के दिनों में उपलब्ध मिठाइयां घबराहट पैदा कर सकती हैं – लड्डू से लेकर बर्फी तक, आपके पास चुनने के लिए बहुत से स्वादिष्ट विकल्प होते हैं। बस यह सावधानी बरतें कि इन सभी को खाने के प्रलोभन में न पड़ें। याद रखें, अधिक चीनी का सेवन माहवारी के दौरान ब्लोटिंग बढ़ा सकता है।
दिवाली में, एक आम भारतीय 25–30 चम्मच चीनी का सेवन करता है, जो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की महिलाओं के लिए 6 चम्मच की सीमा से कई ज़्यादा है। जिन महिलाओं को PCOS है, उन के लिए बहुत चीनी युक्त आहार लक्षणों को बदतर ही बनाता है और इंसुलिन प्रतिरोध उत्पन्न करता है। यहाँ ध्यान देने योग्य शब्द है संयम और साथ ही, जहां हो सके, स्वस्थ मिठाइयों का विकल्प चुनना।
दिवाली में हर दिन का चीनी का सेवन कैसे कम करें?
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खाने की मात्रा को नियंत्रित करें
- पूरी की पूरी मिठाई गटक जाने की बजाय, उसका छोटा सा हिस्सा खाएं। खुद को खुश करें, लेकिन ज़्यादा ना करें। एक छोटा हिस्सा आपको मीठा खाने की संतुष्टि दे सकता है, बिना किसी नकारात्मक परिणामों के।
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समझदारी से चुने
दिवाली की सभी मिठाइयाँ एक जैसी नहीं होती। कुछ में चीनी कम होती है। बहुत ज़्यादा प्रक्रिया की गई मिठाई की बजाय घर की बनी या बिना शक्कर की मिठाई चुने।
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दिवाली का स्वस्थ नाश्ता
घर पर ही दिवाली का स्वस्थ नाश्ता बनाएं। नट्स, बीज और प्राकृतिक मिठास वाले खजूर जैसे पदार्थ ना केवल स्वादिष्ट बनते हैं, बल्कि उनमें चीनी भी कम होती है और वह आपके शरीर के लिए बेहतर होते हैं। कम कैलोरी वाली मिठाइयों के साथ भी दिवाली का आनंद लिया जा सकता है बिना ज़्यादा खाने के अपराध बोध के।
माहवारी की ब्लोटिंग और त्योहारों की दावतें
जैसे कि मीठा खाने की लालसा ही काफी नहीं होती, ऊपर से काफी महिलाओं को माहवारी के दौरान ब्लोटिंग की भी शिकायत होती है, खासकर छुट्टियों की दावतें और ब्लोटिंग वाकई एक गंभीर चुनौती बन जाती है। इसलिए, पहले से भी अधिक, छुट्टियों में ब्लोटिंग का कारण अधिक खाना, अधिक नमक और चीनी हो सकता है।
एक अध्ययन में ऐसा पता चला है कि 90% महिलाओं ने माहवारी के दौरान ब्लोटिंग अनुभव की है, जो और बदतर महसूस हो सकती है अगर आप ऐसे त्योहारों के पदार्थ खा रहे हो जो भारी, नमकीन और मीठे हो।
छुट्टियों में होने वाली ब्लोटिंग से कैसे बचा जाए
माहवारी के दौरान दिवाली के पकवानों का आनंद लेते हुए भी ब्लोटिंग से कुछ इस प्रकार बचा जा सकता है:
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धीरे-धीरे खाएं
- जल्दी-जल्दी खाना खाने का मतलब है कि सारी हवा आपकी पाचन प्रणाली में अटक जाएगी, मतलब कुछ भी खाने के बाद, आपको माहवारी के दौरान ब्लोटिंग हो सकती है। तो हर कौर को अच्छी तरह चबाकर खाएं और खाने का आनंद लें।
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नमकीन और प्रक्रिया किए गए खाद्य पदार्थों से बचें
छूटियों में ब्लोटिंग आना या वजन बढ़ना ज़्यादा नमक वाले और प्रक्रिया किए गए पदार्थों की वजह से हो सकता है। उसकी बजाय, ताज़े और प्राकृतिक तत्वों से घर पर बने हुए पदार्थ खाएं।
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सक्रिय रहें
खाना खाने के बाद चलना जैसे कम तीव्रता के व्यायाम, पाचन में मदद करते हैं और ब्लोटिंग कम करते हैं।
PCOS, डायबिटीज़ और चीनी का सेवन
PCOS और डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को अपनी चीनी की लालसा और हर दिन की चीनी की मात्र को लेकर ज़्यादा सावधान रहना चाहिए। ज़्यादा चीनी PCOS के लक्षणों को बदतर बना सकती है और इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ा सकती है। वैसे ही, डायबिटीज़ वाली महिलाओं को स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए अपने ब्लड शुगर स्तर पर ध्यान रखना चाहिए।
भारत में, 20-79 आयु की 8.9% महिलाओं को डायबिटीज़ है, और भोजन के गलत निर्णयों की वजह से यह आंकड़ा त्योहारों के दौरान यह संख्या और अधिक बढ़ सकती है।
डायबिटीज़ को नियंत्रित करने के लिए साबुत अनाज, सब्ज़ियाँ और लीन प्रोटीन सबसे अच्छे खाद्य पदार्थ हैं। हालाँकि कभी-कभार खुद की खुशी के लिए कुछ करना ठीक है, लेकिन जहां तक हो सके अपने ब्लड शुगर को स्थिर रखने और दावतों के बाद ब्लोटिंग से बचने के लिए, दिवाली का स्वस्थ नाश्ता या बिना चीनी की मिठाइयाँ चुनें।
त्यौहार मनाने का आनंद लें
माहवारी के दौरान दिवाली का त्यौहार मनाने से खुद को ना रोके। बस यह ध्यान दें कि आपकी चीनी की लालसा को आप काबू में रखे, ताकि उसका आपके स्वास्थ्य और आराम पर कोई गंभीर असर ना हो। आखिर, ज़िंदगी में संतुलन ज़रूरी है, तो क्यों न इसे त्योहारों के दौरान भी बनाए रखें ताकि आप भरपूर आनंद ले सकें?